शुक्रवार, 2 सितंबर 2011

लाखो कर्मचारी के लिए करप्सन रोकने का कम खर्च में संभावित अदर्स तरीका


. लोकपाल एवं लोक आयुक्तों के पास सिकायत दर्ज करने के लिये एक ही काल सेंटर का नंबर होगा जैसे १००० . (जिस प्रकार का वर्तमान में मोबाइल कंपनी का है . जिसमे प्रतेक काल का रिकर्ड किय जाता है तथा काल के बाद संतुस्ट न होने पर प्रापत मैसेज के जवाब से अस्न्तुस्ती दर्ज की जा सके तथा एक सिकायत नंबर दिया जाता है . कालसेंटर के लिए संविदा में भी सेवाएं ली जा सकती हैं)

. इसके लिये एक विसेस साफ्टवेयर बनवाय जाये जिसमे सिकायत से जुड़े वीडियो आइडियो वा दस्तावेज़ अपलोड किया जा सके .(जिस प्रकार सुप्रीम कोर्ट में पुरे देस से अपील दायर की जा सकती है इसकी साईट में जा कर .इसके लिये को अपनी वोटर पहचान पात्र को स्केन कर अपलोड करना पड़ता है तथा आवेदन वा दस्तावेज स्केन कर अपलोड करना पड़ता है था एक यूजर नेम पासवर्ड बनान पड़ता है )

. करप्सन की सिकायत की जाँच के लिये कानून जाँच प्रक्रिय के उप्लब्भ्द जानकार लोगो का पंजीयन निर्धारित शर्तों के साथ कार्य जाये .(जैसे वकील रिटायर पुलिस वा जज .इनकी कई श्रेणी हो जो विभिन् स्तर के करप्सन के लिये हो .इस प्रकार लाखो जाँच अधिकारी नियमित वेतन दिये बिना उपलभ्ध हो सकेंगे इन्हें केस के अनुसार मानदेय दिया जायेगा . प्रतेक माह में एक दिन तहसील भर के आवेदन करता को एक दिन की बेसिक ट्रेनिग देकर अनुबंधित किया जा सकता है . )

.समस्त जाँच कर्ताओं को जाँच के दैरान सी .आर .पी. सी की के सिक्तिया प्रदान की जाये .तथा पूरी कार्य वही की वीडियो रिकाडिंग की जाये चाहे वह मोबाईल केमरे से ही की गई हो . कार्यवाही के तुरंत बाद संबधित वीडियो वेबसाइट में उपलोड कर दिया जाये .

५.प्रतेक सिकायत के बाद साफ्टवेयर स्वचलित रूप से उस नगर के या पास के पंजीक्रत जाँच अधिकारी को मेसेज भेजेगा . ये सिकायत की गंभीरता के अनुसार १ से ५ सदस्य हो सकते है . ये अधिकारी नजदीक के पुलिस थाने में जा कर एक जाचं अधिकार के रूप में अपनी आमद रोजनामचा में दर्ज करे गे तथा अवस्यक साधन व बल ले कर सिकयत करता के साथ कार्यवाही के लिएरोजनामचा में रवानगी डाले गे .

६ .स्वतंत्र गवाह के लिए पंजीयन किय जायेगा .जिसमे गणमान्य नागरिक करप्सन विरोधी कार्यकर्त पंजीयन करा सके गे . इन्हे कम्पूटर स्वचालित रूप से मैसेज भेजेगा जिन्हें गवाह के रूप में टीम में सामिल किया जा सकेगा

७. दंड प्रक्रीया सहित में धार १७३ में एक सब क्लाज जोड़ा जाये के जाच के मुख्य कर्य्वाहे की विडियो रिकार्ड के प्रयास आवश्यक रूप से किये जाये था इसकी एक कापी चलन के साथ cd के रूप में पेस की जय १६१ के बयांन केमरे के सामने लिए जाये अगर वीडियो ग्राफी नहीं की गयी तो उसका कारणों का उलेख चालान में अवस्य किया जाये

८ . एक करप्सन रिलीफ फंड हो जिसमे सजा के रूप में प्राप्त रासी जमा हो और जो लोग का का कम बिना करप्सन के हो जाये वो या कोई भी कितनेही रासी जमा कर सके . कला धन जप्त करने के बाद इसी फंड में जमा किया जय इसका उपयोग एंटी करप्सन टेक्नालाजी विकसित करने के लिए किया जाये एक ट्रस्ट जिसमे बड़े बड़े विधी वेता साफ्टवेर एक्सपर्ट हो जो मिल कर एक सिस्टम विकसित करें की क्ज्प्सन खत्म हो तथा संचार माध्यम से १००० नंबर का इतना प्रचार किया जाये के कोइ करप्सन न कर सके . कोइ तीसरे वक्ती भी जो स्ट्रिंग्स अपरेसन कर सिकायत दर्ज करा सके कमरे के स्ट्रिंग अपरेसन को प्रोत्साहित किया जाये .आडियो वा वीडियो की सत्यता प्रथम द्र्स्तीय जाच का सशक्त साफ्टवेर विकसित करने का प्रयास इसी फंड से किय जाय


पुलिश कार्यवाही मे विडियो केमरे का व्यपक स्तमाल अपराधियों को सजा दिलाने वा भ्रस्टाचारमिटाने में

आज तकनिकि क्रनति का समय है।हाम अपने आसपास बहुत से तकनिकि परिवर्तान महसुस कर रहे है जैसे ऐ टि एम मोबाइल फोन आदि।अतह समय के आनुरुप पुलिस मे भी आधुनिक तकनिक के स्तेमाल कि व्यपक सम्भावना है जिससे अपराधियों को सजा दिलाने वा भ्रस्टाचारमिटाने में मदद मिले

आज तकनिकि विकास ने केमरे कि कीमत बहुत कम हो गई है तथा अब यह जान सामन्य के हाथ मे मोबाईल के साथ जुङा हुआ मिल सकता है ।और इस तकनिक का स्तेमाल पुलिस द्वारा भि व्यापक पैमाने मे किया जा सकता है ।इसकि कुछ सम्भावना आग्र लिखित है।

पुलिस द्ववारा स्तेमाल किये जाने वाले वाकि टाकि हैङ सेट मे विङियो कैमरा ईनबिलट करदिया जाये जिसका स्तेमाल किसि मामले मे जप्ति कि कार्य वाहि कि रिकारङिग कारने मे ,

गवाहो के बयान लेने मे, घटना स्थल का सजिव चित्रण कारने ,अन्य पुलिस कार्य वाहि कि रिकाङिग कर के,साक्छ के रुप मे सि ङी बना कार न्यलय मे पेस किया जा सकता है ।अब प्रतेक मजिसटेट को लेपटाप उपलब्ध कारा दिया गया है ।जिसमे मजिसटेट गवहो के पुर्व बयान सजिव रुप से देख सकता है तथा न्यलय मे दिये जाने वालि गवाहि मे भिन्ता पाये जाने पर पुर्व कथन दिखा कर सफाइ मागि जा सकति है । तथा गवाहो के पाक्छ द्रोहि घोसित होने वालो कि सक्या मे कमि अयेगि तथा जादा अपराधियो को सजा दिलायि जा सकेगि तथा पुलिस द्वारा कालपनिक गवाहि के आधार से झुठे केस बनाने मे कमि आयेगि ।यह परक्रिया क्रमबधरुपसे पुरि कि जा सकति है इसके लिये सुरु मे कैमरे किराये पार या पुलिस वालो के पास उपल्बद मोबाइल कैमरे के उपयोग को प्रतसहित करके कुछ एलाउस दे कर प्रारम्भ किया जा सकता है। इसके लिये यदि आवसकता हो तो कानुन मे गवाहि दर्ज करने कि प्रक्रिया मे सनसोधन किय जा सकता है।और पुलिस द्वरा रिकार्ङ कार्य वाहि माननिय सरवोच्च न्यलय तक सचाइ ताक पहुहने मे महत्व पुर्ण होगि।

पुलिस थाने मे सि सि कैमरे लगा कर पुलिस का लोगो के प्रति व्वहार मे बदलाव आयेगा क्यकि कैमरे के सामने लोगो व्वहार बदलजाता है।वर्तमान मे बैको तथा दुकानो मे इसका व्यपक प्रोग हो रहा है ।इसका प्रयोग एफ-आई-आर-केमरे के समने दर्ज करने कि पर्किया सुरु कि जा सकति है।जिससे पुलिस द्वर रिपोट नालिखने कि सिकायत दुर कि जा सकति है तथा गलत रिपोट लिखवाने वाले के विरुध कार्य वाहि सस्कत रुप से कि जा सकति है।

वर्तमान मे केमरे कि रिकादङिग कि लागत बहुत कम है तथा यह मेमोरि रिरातेबल होति है ।संग्र हण के लिये ङि-वि-ङि कि किमात भि बहुत कम है ।१० रु कि ङि-वि -ङि ४जि-बि कि होति है जिसमे लगभग १२घटे कि विङियो रिकारङ हो सकति है ।और यह १०कि रिकरङिग न्यय तक पहुचने के लिये महत्व पुरनहो सकति है।